नेपोलियन के पतन के बाद यूरोप की विजय शक्तियां ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में 1815 में एकत्र हुई। जिसका उद्देश्य पुनः उसी व्यवस्था को लाना था जिसे नेपोलियन ने अस्त व्यस्त कर दिया था। 1815 ई• में बिना सम्मेलन की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के चांसलर मेटरनिख ने किया था , जिसका उद्देश्य से यूरोप में शांति संतुलन स्थापित करना था। वियना सम्मेलन के माध्यम से यूरोप में नेपोलियन युग का अंत और मेटरनिख युग की शुरुआत हुई। मेटरनिख ने इटली राज्य को विभाजित कर दिया,और सिसली और नेपल्स के प्रदेश को बूर्बोवंश के सम्राट फर्डिनेंड को सौंप दिया,रोम का राज्य पॉप को सौंप दिया। लोम्बार्डी एवं वेनेशिया पर ऑस्ट्रिया का प्रभुत्व कायम हो गया। जर्मनी में 39 रियासतों का संघ कायम रहा जिस पर अप्रत्यक्ष रूप से ऑस्ट्रिया का अधिकार हो गया। फ्रांस में बूर्बो राजवंश को पुनः स्थापित किया गया और लुई 18वाँ राजा बना। लुई 18वाँ ने प्रतिक्रियावादी तथा सुधारवादी शक्तियों के मध्य सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया। और 2 जून 1814 ई को संवैधानिक घोषणा पत्र जारी किया गया, जो 1848 ई तक ...
Comments
Post a Comment