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Showing posts from May, 2025

Class 10th Economics chapter-2 राज्य एवं राष्ट्र की आय

  आय:- जब कोई व्यक्ति किसी प्रकार का शारीरिक अथवा मानसिक कार्य करता है, और उस कार्य के बदले उसे में जो परिश्रमिक मिलता है, उसे उस व्यक्ति की आय कहते है।  रैगनर नर्क्स ने गरीबी के कुचक्र की धारणा को बतलाया था। उन्होंने कहा था कि गरीबी गरीबी को जन्म देती है।  निर्देशालय की इस रिपोर्ट के अनुसार 2008 - 09 में भारत के प्रतिव्यक्ति आय 25,494 रुपया है।  बिहार का प्रतिव्यक्ति आय 2005-06 में 6,610 रुपया है।  सर्वाधिक प्रतिव्यक्ति आय पटना तथा न्यूनतम प्रतिव्यक्ति आय शिवहर जिले का है।  राष्ट्रीय आय:- किसी देश में अर्जित आय की कुल मात्रा को राष्ट्रीय आय कहा जाता है।  प्रो• अलफ्रेड मार्शल के अनुसार - किसी देश की श्रम एवं पूंजी का उसके प्राकृतिक साधनों पर प्रयोग करने से प्रतिवर्ष भौतिक तथा अभौतिक वस्तुओं पर विभिन्न प्रकार की सेवाओं का जो शुद्ध समूह उत्पन्न होता है, उसे राष्ट्रीय आय कहते हैं।  भारत में सांख्यिकी विभाग के अंतर्गत केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन राष्ट्रीय आय के आकलन के लिए उत्तरदायी है। इस कार्य में राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संगठन केन्द्रीय सांख्य...

Class 10th Economics ch-1 अर्थव्यवस्था एवं इसके विकास का इतिहास

 अंग्रेजी शासन व्यवस्था ने भारतीय अर्थव्यवस्था को अपना उपनिवेश बनाकर रखा। और इसे उपनिवेश बनाए रखने के लिए फुट डालो और शासन करो  कि नीति को अपनाया।  उपनिवेश :-  जब कोई भी देश किसी बड़े समृद्धशाली राष्ट्र के शासन के अंतर्गत रहता है और उसके समस्त आर्थिक एवं व्यवसायिक कार्यों का निर्देशन एवं नियंत्रण शासक देश का होता है तो ऐसे शासित देश को शासक देश का उपनिवेश कहा जाता है।  अर्थव्यवस्था का अर्थ:-  वे सभी क्रियाएं जिनसे हमे आय प्राप्त होती हैं, आर्थिक क्रियाएं कहलाती हैं।  अर्थव्यवस्था के दो प्रमुख कार्य संपादित करती है -  लोगों की आवश्यकता की संतुष्टि के लिए विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करती है।  लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करती है।  आर्थर लेविस के अनुसार :- किसी राष्ट्र के संपूर्ण व्यवहार से होता है जिसके आधार पर मानवीय आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए वह अपने संसाधनों का प्रयोग करता है इसे ही अर्थव्यवस्था कहते हैं।  ब्राउन के अनुसार :- अर्थव्यवस्था आजीविका अर्जन की एक प्रणाली है। या , अर्थव्यवस्था आर्थिक क्रियाओं का ऐ...

Economics अर्थशास्त्र

  अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की ऐसी शाखा जिसके अंतर्गत सीमित संसाधनों के साथ वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन वितरण और उपभोग का अध्ययन किया जाता है उसे अर्थशास्त्र कहते हैं।  अर्थशास्त्र के पिता एडम स्मिथ को माना जाता है।  एडम स्मिथ ने 1776 ई में अपनी पुस्तक The Wealth of Nation प्रकाशित किया।  अर्थशास्त्र को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है -   व्यष्टि अर्थशास्त्र  समष्टि अर्थशास्त्र  व्यष्टि अर्थशास्त्र :- वैसा अर्थशास्त्र जिसके अंतर्गत व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों का अध्ययन किया जाता है उसे व्यष्टि अर्थशास्त्र कहते हैं।  समष्टि अर्थशास्त्र:- वैसा अर्थशास्त्र जिसमें सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन किया जाता है उसे समष्टि अर्थशास्त्र कहते हैं।  By:- Shashank Kumar Prajapati 

Class 10th History chapter 8 प्रेस संस्कृति और राष्ट्रवाद

आज के वर्तमान युग में प्रेस के बिना आधुनिक विश्व की कल्पना नहीं कुंज सकती है। यह हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित कर रहा है।  मुद्रण का इतिहास गुटेनबर्ग तक  लेखन सामग्री के आविष्कार के पूर्व मानव चट्टानों  और गुफाओं में अनुभवों एवं प्रसंगों की खुदाई करके चित्रित करता था तथा मिट्टी के टिकिया का उपयोग करता था।  105 ई में टस - प्लाई - लून (चीनी नागरिक) ने कपास एवं मलमल की पत्तियों से कागज बनाया। जिसके फलस्वरूप कागज लेखन एवं चित्रांकन का एक साधन बन गया।  594 ई में लकड़ी के ब्लॉक के माध्यम से इसकी शुरुआत की गई।  760 ई तक इसकी लोकप्रियता चीन और जापान में काफी बढ़ गई।  ब्लॉक प्रिंटिंग का उपयोग अब पुस्तकों के पृष्ठ बनाने में होने लगा। लगभग 10वी सदी के पूर्वार्द्ध तक ब्लॉक प्रिंटिंग की प्रक्रिया द्वारा मुद्रा पत्र भी छापे जाने लगे।  1041 ई में एक चीनी व्यक्ति पि- शेंग ने मिट्टी की मुद्रा बनाई।  16वी  शताब्दी तक परीक्षा देने बालों की तादाद बढ़ने से छपी किताबों की मात्रा में भी उसी अनुपात में वृद्धि हुई।  19वी...

Class 10th History chapter 7 व्यापार और भूमंडलीकरण

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Class 10th History chapter 6 शहरीकरण एवं शहरी जीवन

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Class 10th History chapter 5 अर्थव्यवस्था और आजीविका

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नए-नए मशीनों का आविष्कार एवं तकनीकी विकास पर ही औद्योगिकरण निर्भर करता है।  सन् 1750 ई० तक ब्रिटेन मुख्य रूप से कृषि प्रधान देश था। देश को 80% जनसंख्या में विवास करती थी।  उत्पादित वस्तुओं की बढ़ती हुई मांगों ने गाँवों में भी रोजगार के अवसर प्रदान किए और कुटीर उद्योग का बहुत अधिक विकास हुआ, जिसमें पुरुषों के साथ महिलाओं एवं बच्चों को भी भागीदारी बढ़ी। ब्रिटेन के गाँवों में रंगाई एवं छपाई का काम भी होता था। इसके बाद उसका निर्यात उपनिवेशों के बाजार में कर दिया जाता था। इस तरह औद्योगीकरण, की शुरुआत हुई।  औद्योगीकरण के कारण 1. आवश्यकता आविष्कार की जननी 2. नये-नये मशीनों का आविष्कार 3.कोयले एवं लोहे की प्रचुरता 4.फैक्ट्री प्रणाली की शुरुआत 5. सस्ते श्रम की उपलब्धता 6. यातायाता की सुविधा 7. विशाल औपनिवेशक स्थिति सन् 1769 में बॉल्टन निवासे रिचर्ड आर्कराइट ने सूत कातने को स्पिनिंग फ्रेम (Spinning Frame) नामक एक मशीन बनाई जो जलशक्ति से चलती थी। 1770 में स्टैंडहील निवासी जेम्स हारग्रीब्ज ने सूत काटने की एक अलग मशीन 'स्पिनिंग जेनी (Spinning Jenny) बनाई।  1773 में लंकाशायर के जॉ...

Economics अर्थशास्त्र

  अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की ऐसी शाखा जिसके अंतर्गत सीमित संसाधनों के साथ वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन वितरण और उपभोग का अध्ययन किया जाता है उसे अर्थशास्त्र कहते हैं।  अर्थशास्त्र के पिता एडम स्मिथ को माना जाता है।  एडम स्मिथ ने 1776 ई में अपनी पुस्तक The Wealth of Nation प्रकाशित किया।  अर्थशास्त्र को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है -  व्यष्टि अर्थशास्त्र  समष्टि अर्थशास्त्र  व्यष्टि अर्थशास्त्र :- वैसा अर्थशास्त्र जिसके अंतर्गत व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों का अध्ययन किया जाता है उसे व्यष्टि अर्थशास्त्र कहते हैं।  समष्टि अर्थशास्त्र:- वैसा अर्थशास्त्र जिसमें सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन किया जाता है उसे समष्टि अर्थशास्त्र कहते हैं।  By:- Shashank Kumar Prajapati  

Class 10 History chapter 4 भारत में राष्ट्रवाद

 राष्ट्रवाद का शाब्दिक अर्थ होता है राष्ट्रीय चेतना का उदय।  भारत में राष्ट्रीय चेतना का उदय।  राष्ट्रवाद के उदय के कारण  भारत में राष्ट्रवाद के उदय के कारणों को निम्न वर्ग में बांटा जा सकता है -   राजनीतिक कारण 1858 ई में महारानी विक्टोरिया के उद्घोषणा के साथ ही सभी देशी राज्य ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन आ गए।  1878 ई में वायसराय लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित कर प्रेस पर कठोर प्रतिबंध लगाया।  1879 में आर्म्स एक्ट के द्वारा भारतीय को अस्त्र शस्त्र रखना प्रतिबंध कर दिया।  1883 ई में इलबर्ट बिल  पारित हुआ।  1899 में लॉर्ड कर्जन ने कलकत्ता कॉरपोरेशन एक्ट पारित किया। 1904 में विश्वविद्यालय अधिनियम द्वारा विश्वविद्यालयों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ा दिया।  1905 में बंगाल विभाजन सांप्रदायिकता के आधार पर किया गया जिसे 1911 में रद्द करना पड़ा।  1907 में देश द्रोही सभा अधिनियम  सभाओं पर रोक लगाया गया।  1910 में इंडियन प्रेस एक्ट पारित किया। जिसके द्वारा उत्तेजित लेख छापने वाले को दंडित किया जाएगा।  डलहौजी के संरचन...