Civics ch 2 सत्ता में साझेदारी की कार्यप्रणाली
विविधता मानव समाज का अनिवार्य गुण है। मानवीय सभ्यता के दीर्घकालिक विकास की प्रक्रिया में अगणित तत्वों के प्रभाव की परिणति रंग जाती व धर्म पर आधारित होती है। अगर विभिन्न मानव समूहों के बीच के प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष को शक्ति एवं हिंसा के बल पर सुलझाने की कोशिश करते है तो जिस समूह के पास ताकत होगी वह समूह दूसरे समूह को दबा देगा। उसकी इच्छाओं एवं हितों का सम्मान नहीं करेगा। इससे कमजोर समूह को शक्तिशाली समूह की बात माननी होगी। और इससे असंतोष एवं आक्रोश पैदा होगा जिससे विभिन्न समूह ज्यादा दिन तक साथ नहीं रह पाएंगे। लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था ही एकमात्र ऐसी शासन व्यवस्था है जिसमें ताकत सभी के हटी में होती हैं, सभी को राजनैतिक शक्तियों में हिस्सेदारी एवं साझेदारी करने की व्यवस्था की जाती है। इसी कारण भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक एवं कमजोर समुदाय के लोगों के लिए भी विशेष व्यवहार की गई है। लोकतंत्र में व्यापारी ,उद्योगपति, किसान, शिक्षक, औद्योगिक मजदूर जैसे संगठित हित समूह सरकार की विभिन्न समितियों में प्रतिनिधि बनकर सत्ता में भागीदारी करते है या अपने हित के लिए सरक...